गणेश चतुर्थी 2025 बुधबार 27 अगस्त को है। जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और विसर्जन की पूरी जानकारी हिंदी में।
👉🏻गणेश चतुर्थी 2025: व्रत, पूजा विधि, महत्व और तिथि
गणेश चतुर्थी 2025 भारत का एक प्रमुख और लोकप्रिय त्यौहार है, जिसे गणपति बप्पा की भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
👉🏻गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
तिथि: बुधवार ,27 अगस्त 2025
गणेश स्थापना मुहूर्त: प्रातः 11:05 से दोपहर 01:36 तक
चतुर्थी तिथि आरंभ: 27 अगस्त 2025, शाम 06:18 बजे
इस वर्ष का यह पर्व और भी विशेष है क्योंकि यह शनिवार को पड़ रहा है, जिसे गणपति पूजन के लिए शुभ माना जाता है।

👉🏻गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश जी को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है। ऐसा विश्वास है कि इस दिन विधिवत पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और जीवन से सभी बाधाएँ दूर होती हैं। गणेश जी को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का देवता माना जाता है, इसलिए छात्र, व्यापारी और परिवारजन विशेष रूप से उनकी आराधना करते हैं।
👉🏻पूजा विधि (Ganesh Chaturthi Puja Vidhi 2025)
1. प्रातः स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. घर के पूजा स्थान या पंडाल में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
3. प्रतिमा को लाल या पीले वस्त्र पर विराजमान करें।
4. भगवान गणेश को दूर्वा, मोदक, लड्डू, फूल, फल और सिंदूर अर्पित करें।
5. गणपति अथर्वशीर्ष, गणेश चालीसा और मंत्रों का पाठ करें।
6. 10 दिनों तक रोज़ाना गणपति पूजन करने के बाद अनंत चतुर्दशी को गणेश विसर्जन किया जाता है।
👉🏻गणेश चतुर्थी का सामाजिक महत्व
यह त्यौहार केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात और उत्तर भारत के कई हिस्सों में यह पर्व बड़े उत्साह से मनाया जाता है। जगह-जगह भव्य पंडाल सजाए जाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।