Meghalaya honeymoon murder case:प्यार, साजिश और हत्या की चौंकाने वाली कहानी

⭐ कहानी का सारांश

हाल ही में Meghalaya honeymoon murder case ने पूरे देश को हिला दिया है।
इंदौर के बिजनेसमैन राजा रघुवंशी की उनकी ही पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर हत्या की साजिश रची। इस पूरे केस में मोबाइल की Live-Location एक अहम सबूत के रूप में सामने आई।

राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी 11 दिन बाद सोनम राजा से कहती है मुझे मेघालय घूमना है यह बात राजा अपनी माँ से कहता है माँ मना कर देती है लेकिन सोनम राजा से कहती है मेने तो टिकट बुक कर दी है जाना तो पड़ेगा उसके बाद वह दोनों 20 मई को मेघालय जाते है दो दिन सब कुछ ठीक था फिर 23 मई को सोनम राजा की माँ को कॉल करती है कॉल पर सोनम राजा की माँ से घबरा कर बात करती है उसके थोरी देर बाद कॉल कट हो जाता है फिर यह दोनों लापता हो जाते है उसके बाद 2 जून को राजा रघुवंशी का शव मिलता है उसके बाद 9 जून को सोनम को एक ढाबा से पुलिस पकड़ती है उसके बाद इस केस की जाँच शुरू हो जाती है|

🕵‍♂ क्या हुआ?

पीड़ित: राजा रघुवंशी (इंदौर के व्यापारी)

आरोपी: पत्नी सोनम रघुवंशी, प्रेमी राज कुशवाहा और अन्य साथी

घटना कैसे घटी?

👉 राजा रघुवंशी और सोनम शादी के बाद हनीमून ट्रिप के लिए मेघालय गए।
👉 इस दौरान सोनम पहले से ही अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ हत्या की साजिश रच चुकी थी।
👉 ट्रिप के दौरान सोनम ने अपने प्रेमी को लगातार Live Location शेयर की जिससे उन्हें हर मूवमेंट की जानकारी मिलती रही।
👉 प्लान के अनुसार मौका देखकर राजा की हत्या कर दी गई।

🔍 सबूत कैसे मिले?

👉 जांच के दौरान पुलिस को यह पता चला कि सोनम ने ट्रिप के दौरान बार-बार Location Sharing की थी।
👉 इसी Digital Evidence के जरिए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
👉 अब पुलिस ने 7 दिन का ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपियों को मेघालय ट्रांसफर किया है।
⚖ कानूनी कार्रवाई

✅ आरोपियों पर हत्या और साजिश की धाराएं लगाई गई हैं।
✅ पुलिस अब केस की पूरी चार्जशीट तैयार कर रही है।
✅ आने वाले दिनों में कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी।

🔔 अगला अपडेट

पुलिस रिपोर्ट फाइलिंग

कोर्ट में पहली सुनवाई

Forensic रिपोर्ट का इंतजार

निष्कर्ष

मेघालय हनीमून मर्डर केस एक ऐसी दर्दनाक घटना है जिसने यह सिखाया कि प्यार के नाम पर धोखा और हत्या का रास्ता कभी सही नहीं होता।
अब देखना यह है कि कोर्ट में न्याय किस तरह से आगे बढ़ता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *